यंगिस्तान

राजनीती की उठा-पटक में
फिल्मों की चटक-मटक में
रोडीज़ और अर्नब की चिल्ल-पों में
रैट रेस के रेडी-स्टेडी-गो में
यंगिस्तान हर वक़्त भाग रहा है
जागते हुए सो और सोते हुए जाग रहा है

अम्मा के दुलार में
बाउजी के मार में
BMW के कार में
गोरिया के प्यार में
यंगिस्तान सपनो की दुनिया में होता है
लड़का ये मोबाइल लेके सोता है

ट्यूशन के पढाई के चक्कर में
पडोसी के उधार की शक्कर में
Innocent से धक्के की माफ़ी में
उसके बाद CCD की कॉफ़ी में
नौजवान सो-कॉल्ड लव में खो रहा है
चार दिन बाद ब्रेक-अप में रो रहा है

फेसबुक के वाल पे
ट्विटर के बवाल पे
शेयर के केयर में
अफ़्रीकी बच्चों के सवाल पे
यंगिस्तान अपना फ़र्ज़ निभा रहा है
लाइक कर इंसानियत का क़र्ज़ चुका रहा है

सोशल मीडिया के आउटरेज में
मारुती के माइलेज में
KFC के नॉन-वेज में
ब्रांडेड सामान के क्रेज में
चरित्र हल्का हो रहा है
भविष्य कल का सो रहा है

जॉब की नाइन टू नाइन में
ठंडी बियर और रेड वाइन में
डिस्को की लाइन में
लेट पेमेंट की फाइन में
इंसान मशीन बन रहा है
खोखले दिखावे में सन रहा है

बॉलीवुड के खानो में
हनी सिंह के गानों में
5-स्टार के मयखानो में
उन चार लोगों के तानों में
यंगिस्तान खुद को देख रहा है
अपने ईगो को सेंक रहा है

चेतन भगत की किताबों में
KBC के जवाबों में
आमिर खान के प्रोग्राम में
कभी-कभी अब्दुल कलाम में
यंगिस्तान शायद कुछ पा रहा है
धीरे-धीरे ही सही, वो बढ़ता जा रहा है

GDP की चढ़ाई में
IAS की पढाई में
ISRO के मंगलयान में
हमारे राष्ट्रीय-गान में
समाज की बुराइयों से लड़ता जा रहा है
धीरे-धीरे ही सही, यंगिस्तान बढ़ता जा रहा है

Comments

  1. This comment has been removed by the author.

    ReplyDelete
  2. -"लाइक कर इंसानियत का क़र्ज़ चुका रहा है" Hahaha
    -nicely pointed out the shallow thought process..
    -Covered a lot of aspects

    ReplyDelete
  3. Grt job. Enjoyed this. :-)
    Im glad you are giving youe artistic side a chance. Proud of you buddy.

    ReplyDelete
    Replies
    1. Bhai/ Behen/ Half-Girlfriend

      Apna naam to bata do.

      Delete
  4. Dude I tot tis was for de culturals.. anyway it s cool

    ReplyDelete
  5. इंसान मशीन बन रहा है
    खोखले दिखावे में सन रहा है

    So very true. You have brought out the crazy life style, frivolous thought process of today's youth, their careless attitude and then the erosion of values. Where to start and where to end it. My personal favourite was :
    चरित्र हल्का हो रहा है
    भविष्य कल का सो रहा है
    This was awesome.

    ReplyDelete

Post a Comment

Popular posts from this blog

दूसरा अध्याय

A Man Faced with his Mortality

Pro Tips on Trekking (by an Amateur)