नवदुर्गा नमस्तुते

पर्वत राज हिमालय गृहे
महादेवी पदार्पण पुत्रीरुपे
त्रिशूल-कमल धारिणी
देवी वृषभवाहिनी
चंद्रमा शोभित, सती भवानी
माँ शैलपुत्री नमस्तुते
 
श्वेतांबरधरा तपस्विनी
अक्षमाला-कमंडल धारिणी
कमल पुष्प शृंगाररत
अनंत काल सहतप-चारिणी
शिव भक्ति वासिनी
माँ ब्रहमचारिणी नमस्तुते
 
त्रिनेत्री व दशोभुजा
जागृत मानवी शक्तिरूपा
अर्धचंद्र मस्तके धारिणी
समर निनाद उद्घोषिणी
असुर-राक्षस दमनकारिणी
माँ चंद्रघंटा नमस्तुते
 
श्रीमुखी, अष्टभूजा
सिद्धि-निधि दात्री, माता सूर्यवासिनी
मृदु ऊष्मा उज्ज्वलित
सूर्य देव प्रबोधिका
तेजोमय, ब्रह्मांड सृजनी
माँ कुष्मांडा नमस्तुते
 
चतुर्भुजा, मातृरूपी
बुद्धि, निधि, समृद्धि दात्री
सकल मानस आनंददायिनी
समस्त जग परिष्कृत कारिणी
कुमार जननी, कमल धारिणी
माँ स्कंदमाता नमस्तुते
 
देव तेज जनित
सिंह-आसन विराजित
पग रक्त-रंजीत, असुरनाशिनी
शंख-चक्रधारिणी
महिशासुरमर्दिनी
माँ कात्यायनी नमस्तुते
 
अबद्ध केश, कृष्ण चर्म
कोप दृष्टि, गर्दभ वाहिनी
भक्त वरदात्री, देवी शुभंकरी
शुंभ-निशुंभ नाशिनी
रक्तबीज विनाशिनी
माँ कालरात्रि नमस्तुते
 
वृषारूढ़ा, शक्तिरूपा
चतुर्भुजा, शांतिरूपा
उज्ज्वला, मुख प्रज्वला
श्वेतांबरधरा, महाजननी
शिव सहधर्मचारिणी
माँ महागौरी नमस्तुते
 
महादेव अर्धांगिनी
अविद्या-पीड़ाहारिणी
सुर-असुर, यक्ष-गंधर्व पूजिता
आकांक्षा संपूर्णकर्ता
प्रताप, प्रतिष्ठा व सिद्धिदायिनी
माँ सिद्धिदात्री नमस्तुते

Comments

Popular posts from this blog

दूसरा अध्याय

A Man Faced with his Mortality

Pro Tips on Trekking (by an Amateur)